डरता भी हैं जालिम के कुछ आज ना हो जाये बुजदिल से कोई आज जिगरबाज ना हो जाये इस डर से मेरे पर भी कतरता रहा सैय्याद कही साथ कफस के ही परवाज ना हो जाये.....