मरमरी जिस्म ले के पानी में, जब नहाती है कोई जाने-ग़ज़ल मुझको महसूस ऐसा होता है, रक्श करता हो जैसे ताजमहल ! ************************************* एक आशिक ने रात पिछले पहर, अपने महबूब के नहाने पर कर दिए ताजमहल के टुकड़े, आवे-दरिया में फेक...