जुस्तजू हाथ, मलते-मलते, मलते गई.

~¤Akash¤~

Prime VIP
आस किरण, बुझते बुझते, बुझते गई,
एक तमन्ना, जलते-जलते, जलते गई......

शाम-ऐ-ग़म, ढलते-ढलते, ढलते गई,
सुकूं की बात, टलते-टलते, टलते गई...

तेरी आरजू, पलते-पलते, पलते गई,
जुस्तजू हाथ, मलते-मलते, मलते गई.
 
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