मुहब्बत एक एहसानों की पावन सी कहानी है कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है, यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आसूँ हैं जो तू समझे तो मोती है जो न समझे तो पानी है !!!