कभी साहिल-ओ-सहारे सब छोड़ के आओ..

~¤Akash¤~

Prime VIP
जो आओ तो सब कुछ ही छोड़ के आओ
सभी रिश्ते अनाओं से कभी तोड़ के आओ

ये जिस्म कही बीच मे दीवार ना हो जाये
खुद को मेरी खातिर कभी छोड़ के आओ

ज़िन्दगी का निशाँ देखना तूफ़ान ही देगा
कभी साहिल-ओ-सहारे सब छोड़ के आओ..
 
Top