मेरा जीना भी अब दुशवार कर दे अ: यारब मौत के आसार कर दे ना रहता हो कोई एहसास जिसमे मुझे वो आहिनी दिवार कर दे तेरे इकरार से मरता हूँ हर दिन हैं अच्छा अब यही इनकार कर दे ना दे कुछ तू मुझे इंसानियत दे मुझे शायर नहीं किरदार कर दे.