~¤Akash¤~
Prime VIP
हवाओं सा जब से वो छू कर गया है
मेरी रूह तक को वो महका गया है
सजाया है किसने "अयान" मेरे घर को
मेरे अंगना ये कौन आ गया है
कुछ ऐसे है रौशन तेरे नूर से हम
यूँ लगता है दिल मे खुदा आ गया है
महफ़िल सी ले के मेरे जहन ओ दिल मे
तेरी यादों का कारवां आ गया है
कुछ तो असर था मेरी चाहतों मे
वो हो के सब से जुदा आ गया है...
मेरी रूह तक को वो महका गया है
सजाया है किसने "अयान" मेरे घर को
मेरे अंगना ये कौन आ गया है
कुछ ऐसे है रौशन तेरे नूर से हम
यूँ लगता है दिल मे खुदा आ गया है
महफ़िल सी ले के मेरे जहन ओ दिल मे
तेरी यादों का कारवां आ गया है
कुछ तो असर था मेरी चाहतों मे
वो हो के सब से जुदा आ गया है...