ये सोच के आँखों का समंदर ना उबल जाए आँखों से तेरी यादों का मंज़र ना निकल जाए इसे खौफ से पलकों को उठाते नहीं "अयान" ये नींद चली जाए तो,तेरा ख्वाब ना चला जाए..............