आँखे आँखे हो जाती उसकी याद में रोने से एक दिन ऐसी आँख खुली नफरत हो गयी सोने से............. मुस्तकिल आग पे चलना मेरी मजबूरी थी लोग समझते रहे मुझे जादूगरी आती है...........