एक रोज़ अचानक मुलाक़ात हो गयी ज़िंदगी से पूछा क्या कभी याद करती हो आँखो मे आँखे डालकर बोली "नही" कभी इत्तेफ़ाकन बोली नही कमाल है ज़िंदगी भी झूठ बोलती है.......................