कोई हाथ भी ना मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से ये नए मिजाज का शहर है यहाँ फासिलों से मिला करों आँखों से पूछा हाल दिल का एक बूंद टपक पड़ी लहू की.........