और तू मशगूल हे, तमाशे पे तालियाँ बजाने को

~¤Akash¤~

Prime VIP
अश्क बह जाते हैं आँखों से, तेरे दिल में उतर जाने को
तू कमबख्त देखता ही नहीं, दर्द-ऐ-दिल के इस नज़ारे को
तेरी खातिर दुनिया से लड़ जाता हे ये दिल
और तू मशगूल हे, तमाशे पे तालियाँ बजाने को
 
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